मालवी होली गीत “उड़े उड़े रे गुलाल म्हारा मालवा” में को खूब पसंद किया जा रहा है

मालवी कवि एवं साहित्यकार और पचरंगो मालवो साहित्यिक ग्रुप के संस्थापक डॉ राजेश भंडारी “बाबू “ द्वारा लिखित,और स्वयं द्वारा स्वरबद्ध किया हुवा गीत उड़े उड़े रे गुलाल म्हारा मालवा में आजकल सोशल मिडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है। मालवा के लोग देश विदेश से प्रतिक्रिया दे रहे है। हजारो लोग द्वारा सराहा जा रहा है। इस गीत में इंदौर की होली को खूब पसंद किया जाता है।

पंक्तिया म्हारी प्यारी इंदौर नगरी इंदौर की चित्रित करती है। साढ़े तीन मिनिट का ये गीत होली के अवसर पर यू ट्यूब पर लॉन्च किया गया। इसमें राजेश भंडारी “बाबू” अपने ही स्वर में गीत को गाया और फिल्माया है। कोरियोग्राफी विशाखा रानासरा और वैभव सिंग ने की ।एडिटिंग जयेश वर्मा और रजत नामदेव ने की। डांस अंसीमा शर्मा ,हर्षा बारचे,सरगम शर्मा,खुशबू शर्मा,अंजली पाटीदार,पायल सामंत,अभिषेक परिता,किसना गुप्ता,विवेक,शुभम,कार्तिक और सुबोध ठाकुर है।




यू ट्यूब लिंक https://youtu.be/GuT40zzn4OQ और फेसबुक और इंस्टा पर गीत उपलब्ध है।यह सर्व विदित है की पिछले पच्चीस बरसो से भंडारी बाबू मालवी साहित्य का सृजन कर रहे से और मालवी को सम्मान दिलाने के लगातार काम कर रहे है।